About Book:
इस पुस्तक में मैंने कुछ ऐसे अनुभवों को समेटने कि कोशिश की है जिसमें से कुछ का मेरे निजी जीवन सीधा संबंध रहा है। कुछ कल्पनाएँ है जिसमे मेरा प्रयास रहा है की मैं समाज के स्वरूप को चित्रित कर सकूँ। कुछ पेशेवर जीवन की घटनाए है कुछ बचपन के यादें तो कुछ कल्पना मात्र। कुछ ऐसे पल है जो मैंने खुद महसूस किया है तो कुछ ऐसे जिनको मैंने दूसरों के साथ होते देखा है। ये रचनाएँ भावनाओं को शब्दो के माध्यम से प्रकट करने का एक प्रयास मात्र है। कुल मिलाकर समाज से जो पाया वही समाज को वापस लौटाने का प्रयास कर रहा हूँ।
About the Author:
मैंने एक साधारण से मध्य वर्गिय परिवार मे जन्म लिया है। सरकारी स्कूल एवं कालेज से मेरी पढ़ाई पूरी हुई है। ज्यादा पढ़ाई कर नहीं पाया बस किसी तरह से बी॰कॉम कि डिग्री पायी है। माँ का सपना था कि कुछ बड़ा करूँ मगर अब तक कर नहीं पाया। लिखने का शौक़ बचपन से ही रहा है। कविताओं से मुझे ना जाने कब से प्रेम है बताना मुश्किल होगा। मैंने ना जाने कितनी कविताएं पढ़ी होंगी। तब से पढ़ता हूँ जब शब्दों को समझ नहीं पाता था। आज भी बहुत कुछ समझ से परे है मगर पढ़ना अब भी जारी है। आशा करता हूँ कि एक दिन मैं शब्दों का अच्छा ज्ञान पा लूँगा और अच्छा लिख भी पाऊँगा।