About the Book:
“सफ़र” की कहानी में एक ऐसे सफ़र पर चल पड़ेंगे आप जहाँ गिरना है तो गिर कर संभलना भी है, जहाँ रोना है तो वहां पर हंसी का कोना भी है। जहाँ लोग अगर गुमशुदा हैं तो आजाद भी हैं। जहाँ जुझारूपन है तो कुछ कर गुजरने की चाहत भी है। जीवन की संवेदनशीलता को दर्शाती है ये कहानी।
इसके मुख्य पात्र रायन और मोनिका का प्यार जहाँ किसी कोरियन मेलोड्रामा से कम नहीं वहीँ, अन्य पात्रों को भी बराबर की हिस्सेदारी देकर कहानी में समरसता का भान मिलता है। आज के मॉडर्न टाइम में पर्सनल कनफ्लिक्ट, एडल्टहुड, सेल्फ आइडेंटिटी, एक दुसरे को समझने की चाहत और अनप्रीडिकटेबल लाइफ का गहरा समावेश है “सफ़र”।
About the Author:
किसलय किंदम ने अपनी स्कूली शिक्षा भारत सरकार के उपक्रम नवोदय विद्यालय कोलासी, कटिहार, बिहार (1998-2005) से प्राप्त करने के बाद इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में पोस्ट - ग्रेजुएशन तक की पढाई देवी अहिल्या विश्वविद्यालय(2006-2011) से पूरी की है।
2011 में ही वो मुंबई आ गए। हंगामा म्यूजिक द्वारा लिरिक राइटर, और प्रोफेशनल शार्ट फिल्मों में बतौर राइटर का क्रेडिट प्राप्त कर अनीस बाजमी प्रोडक्शन, क्रोम पिक्चर्स, नौटंकी फिल्म्स, इत्यादि के साथ भी काम किया हैं। वर्तमान में पूर्ण रूप से लेखन कार्यों में जुड़े रहने के साथ - साथ मुंबई विद्यापीठ के विभिन्न महाविद्यालयों के फिल्म डिपार्टमेंट में गेस्ट लेक्चर के लिए आमंत्रित किये जाते हैं। इसके साथ गीत, कविता, कहानियां और स्क्रीनप्ले बड़े दिलचस्पी से लिखते हैं।