About Book:
देश की आजादी के बाद लगभग 500 छोटी-छोटी रियासतों का तत्कालीन गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल के अथक प्रयास से भारत में विलय किया गया । आजादी के पश्चात राजाओंको जिन हालातों से गुजरना पड़ा लेखक ने हकीकत को दर्शाते हुए रोचक ढंग से वर्णितकिया है । जिन राज परिवारों ने देश की आजादी के लिए प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से सहयोगकिया था । राजनीति में वर्चस्वकायम किया । अंग्रेजो के मुंह लगे राजा इंग्लैंड में बस गए। नासमझ अयाश राजाओं की दुर्गति हुई झूठी शान शौकत में संपत्ति गहने बेचकर गुजाराकरते रहे । आजादी के पश्चात राजाओं की जीवन शैली पर लिखा गया पहला प्रयास है युवा
पीढ़ी इससे रूबरू होगी ।
About Author:
कमला शंकर जोशी "कान्हा" एमए (समाजशास्त्र) एलएलबी प्रशासकीय अधिकारी के पद से रिटायर्ड होने के पश्चात 2 वर्ष तक
दैनिक समाचार पत्र के प्रबंध संपादक रहे । समाचार पत्र पत्रिका के लिए स्वतंत्र लेख, कहानियां, कविता लिखते रहें। राजघरानों के माहौल को बचपन में देखा है उन्हीं स्मृतियों को ध्यान रखकर राजाओं पर उपन्यासलिखने का प्रथम प्रयास है ।