About the Book:
यह पुस्तक, प्रिय पाठकगणों से उन सभी गोल्डन सीक्रेट्स को साझा करती है, जिनको जीवन में अपनाकर विश्व की महान हस्तियों ने न केवल बुलंदियों को छुआ, अपितु वो इतिहास के स्वर्णिम पन्नों में अपना नाम दर्ज करवा गए।
सच्ची प्रेरक कहानियों, प्रेरक प्रसंगों, कविताओं व प्रेरणादायी शेरो-शायरी व स्वयं के प्रासंगिक अनुभवों के आधार पर इस पुस्तक को इतना प्रेरणादायी व चित्ताकर्षक बनाया गया है कि इस पुस्तक का एक-एक शब्द प्रिय पाठकगण को न केवल प्रफुल्लित व रोमांचित करता है, अपितु सभी को स्ट्रेस से स्ट्रेंथ की तरफ अग्रसर करता है और मन-मस्तिष्क से नकारात्मकता को मिटाकर सकारात्मकता व रचनात्मकता का सृजन करता हुआ अंत में आशा की एक नई किरण जगाता है। लेखिका का दृढ़ विश्वास है कि यह पुस्तक आप सभी को इस तरीके से तराशेगी की आप स्वतः ही ऊँची उड़ान भरने के लिए अपने पंख खोलने को आतुर हो जाएँगे और आपकी सफलता के द्वार ख़ुद-ब-ख़ुद खुलते चले जाएँगे।
‘‘अ खुदा ! कुछ ऐसा कर पाऊँ,
मैं रहूँ या ना रहूँ,
मगर हर एक राही को,
हिम्मत व हौसला दे जाऊँ।’’
About the Author:
हरियाणा प्रांत के महेन्द्रगढ़ जिले में एक बड़ा ही खूबसूरत सा गाँव है- बिहाली। इसी गाँव की सरजमीं पर डॉ. सुचेता यादव ने मई,1980 में अपनी आँखें खोली। ग्रामीण अंचल के एक शिक्षित किसान परिवार में पली-बढ़ी डॉ. सुचेता यादव बहुमुखी प्रतिभा की धनी हैं और वर्तमान में पेशे से उच्चतर शिक्षा निदेशालय, हरियाणा के अधीन पं. नेकीराम शर्मा गवर्नमेंट कॉलेज, रोहतक के भूगोल विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं। उनके भूगोल विषय से संबंधित अनेक शोधपत्र, राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं।
बचपन से ही दिल में हिलोरे लेती देश-भक्ति व समाज सेवा की भावना ने उन्हें एक शिक्षाविद् से लेखिका, कवयित्री व प्रेरक वक्ता बना दिया है। उनका प्रेरणादायी यू-ट्यूब चैनल आज हजारों-लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा-पुंज है।