About Book:
क़रीब २० वर्ष पूर्व ये कवितायें लिखी गई थी, कुछ व्यक्तिगत भावनाओं को प्रमुखत: प्रकृति से प्रेरित होते हुए शब्द दिए। लेखिका के जीवन पे उनकी माँ का प्रमुख प्रभाव रहा। उन्ही की प्रेरणा और सीख को जीवन का लक्ष्य बना के आगे बढ़ने की दिशा में पहला क़दम है ये लघु कविता संकलन।
About The Author:
मीनू गोयल चौधरी अंग्रेज़ी साहित्य में असिस्टेंट प्रोफ़ेसर के रूप में भारतीय सैन्य अकादमी के साथ लगभग १७ वर्षों तक कार्यरत रही। अंग्रेज़ी के साथ हिन्दी भाषा पर भी इनकी अच्छी पकड़ है। दिल की बात हिंदी में कहना इनकी ख़ासियत है। पब्लिक स्पीकिंग का शौक़ है और अभी वे रेडीओ के साथ एक आर जे के तौर पे जुड़ी हैं। बहुआयामी व्यक्तित्व की धनी ड़ा. चौधरी को लोग पब्लिक स्पीकर / मॉडरेटर / समाज सेविका के रूप में जानते और सराहते हैं। आप कवितायें और शॉर्ट स्टोरीज़ शौक़िया लिखती हैं। एक मरीन कैप्टन की पत्नी है और दो प्यारे बच्चे इनके परिवार को पूरा करते हैं। उल्लेखनीय है कि इस पुस्तक के सभी चित्र उनकी १४ वर्षीय पुत्री ने ही बनाए है। शिक्षा एवं पब्लिक स्पीकिंग के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य हेतु इन्हें कई पुरस्कारों से नवाज़ा गया, जैसे नारी शक्ति सम्मान, तेजस्विनी सम्मान तथा इस वर्ष महिला दिवस सम्मान।कविताओं की ये पुस्तक उनका पहला प्रकाशन है।