About the Book:
हर कवि का अपना लहज़ा होता है, और कवि का यह मानना है की कविता की भाषा जितनी सरल वह उतने ज़्यादा लोगों तक पहुँचती है। इसी सिद्धांत का पालन करते हुए कवि ने कविता की भाषा को सरल रखने का प्रयास किया है, ताकि वह ज़्यादा लोगों से जुड़ सके। हर मन में कई सवाल होते है, और उनके जवाब कभी नहीं मिलते और कितने ही सवाल दिल और मन में ही रह जाते है, ऐसे ही कुछ सवालों को परोसा गया है।
कुछ सवाल, कुछ जवाब, कुछ धारणाएं और कुछ ख्याल, इन सब का मिश्रण परोसा गया है इस संकलन में, और उम्मीद लगाई है की पढ़ने वाले इससे जुड़ पाएंगे।
About the Author:
अभिनव चतुर्वेदी ने कक्षा 10th में कविता लिखना शुरू किया था। उनका प्रमुख लेखन क्षेत्र सामाजिक मुद्दों का रहता है, पर प्रकृति प्रेमी होने के नाते वह उस पर भी लिखना पसंद करते है। पर वो सिर्फ इन्ही विषयों पर ही नहीं लिखते, बल्कि उनके विषयों में विस्तरिता है मगर वह हांस्य रस में अपनी पकड़ और मज़बूत करना चाहते है ।
उनकी पृष्ठभूमि भी बहुत व्यावहारिक है। इंजीनियरिंग करने के बाद वो IT में पुणे में
कार्यरत है। वे अंग्रेजी में भी कविताएं लिखते है और नियमित रुप से यॉरकोट app पर लिखते है।
बहुत सारे नामों जैसे अनभिज्ञ @गँवारपढ़ालिखा का उपयोग करने के बाद उन्होंने @anytimepoetry नाम को इस्तेमाल करना शुरू किया है।