यह चैट उपन्यास, प्रेम के शाश्वत रूप को न सिर्फ़ गहराई से स्थापित करता है बल्कि सूक्ष्म मानवीय संवेदनाओं का प्रतिनिधित्व भी करता है। समाज के उस कुरूप चेहरे को बेपर्दा करता है जहाँ खोखली परम्परा और मान्यता के नाम पर बनाए खाँचे में फिट होने पर ही किसी रिश्ते को सर्वमान्य किया जाता है। आधुनिक युग में जब प्रेम का अर्थ ही बदल गया है तब लेखक द्वय अपने संवादों से आपको प्रेम की ऐसी गलियों में ले जाते हैं जहाँ आँसू से भीगे मन और खोई हुई चेतना है! ‘प्रेम सबसे ऊपर है और प्रेम से ऊपर कुछ भी नहीं।’ इस उपन्यास का मूल तत्व है जिसे दोनों पृष्ठांकित करते हैं। आपकी उम्र चाहे सत्रह की हो या सत्तर की, इस उपन्यास को पढ़ते हुए आप ख़ुद कहानी का हिस्सा बनते चले जाएँगे और किसी न किसी मोड़ पर ख़ुदको खड़ा पाएँगे!
मल्लिका मुखर्जी-
कार्यालय प्रधान निदेशक लेखापरीक्षा, अहमदाबाद से वरिष्ठ लेखापरीक्षा अधिकारी पद से सेवानिवृत्ति के बाद, मल्लिका मुखर्जी (अर्थशास्त्र तथा हिंदी साहित्य में एम.ए.) स्वतंत्र लेखन में व्यस्त हैं। उनके प्रकाशित काव्य-संग्रह ‘मौन मिलन के छन्द’ और ‘एक बार फिर’, यात्रा संस्मरण ‘आमार सोनार बाँग्ला’ एवं चैट उपन्यास ‘यू एंड मी...द अल्टिमेट ड्रीम ऑफ लव’ है।
अश्विन मॅकवान- वर्ष 1984 से लॉस एंजेलिस, कैलिफ़ोर्निया निवासी, अश्विन मॅकवान (अर्थशास्त्र में बी.ए.) ने अहमदाबाद के गुजरात कॉलेज के ड्रामा विभाग से अभिनय की शिक्षा ली। इसरो (ISRO), अहमदाबाद के स्टूडियो में अपने कार्यकाल के दौरान विभिन्न नाट्य संस्थाओं के तहत अनेक एकांकी, त्रिअंकी नाटको में अभिनय किया, इंडियन टेलिविज़न कार्यक्रमों में, टेलीफिल्मों में, गुजराती तथा हिंदी फिल्मों में बतौर एक्टर अभिनय किया।