प्रतियोगी बाजार में अभी तक जितने भी भारत के नाम से ईयर बुक उपलब्ध हैं इनमें हमारे प्रकाशन के द्वारा प्रकाशित भारत 2019 ईयर बुक की स्थिति अन्य से अलग है,क्योंकि इस ईयर बुक के प्रस्तोता भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक हैं ।इन्होने इस पुस्तक के प्रस्तुतीकरण में राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों के मानक आंकड़ों को संयोजित करने में तनिक भी कोताही नहीं की है। इस पुस्तक में अद्यतन घटनाक्रम का एक अलग भाग है,जिनमें प्रत्येक घटनाओं को उनकी विविधताओं के अनुरूप माह के बढ़ते क्रम में व्यवस्थित किया गया है। यह पुस्तक इस रूप में प्रस्तुत की गयी है कि यह यूपीएससी द्वारा आयोजित सिविल सेवा की सभी परीक्षाओं ( प्रारंभिक, मुख्य एवं साक्षात्कार ) में एक मार्गदर्शक की भूमिका निभाए। इसके अतिरिक्त इस पुस्तक की खूबियों में पूर्व वर्ष से लेकर वर्तमान तक देश एवं विदेश में चर्चा में रहने वाले आलेखों का भी जिक्र है, जो उस क्षेत्र से संबंधित प्रसिद्ध व्यक्तियों के द्वारा लिखे गए हैं। अधिकाधिक पुस्तकों में जहाँ पुराने आंकड़े उपलब्ध हैं,वहीं इस पुस्तक में अद्यतन आर्थिक सर्वेक्षण (2017-18 ) यूनियन बजट (2018-19) को आधार स्वरुप मानते हुए सभी अध्यायों में आंकड़े उपलब्ध कराये गए हैं। प्रमुख आकर्षण: पुस्तक के प्रस्तुतीकरण में संघ लोक सेवा आयोग/ राज्य लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा की प्रारंभिक मुख्य एवं साक्षात्कार हेतु आयोजित की जाने वाली परीक्षाओं के अद्यतन सिलेबस पर पूरा ध्यान प्रस्तुत पुस्तक को एक मार्गदर्शिका की तरह प्रस्तुत करने का प्रयास प्रस्तुत पुस्तक में निहित अध्यायों को विश्लेषणात्मक, अवधारणात्मक तथा तथ्य परक बनाने का प्रयास ताकि अभ्यर्थी उस तथ्य की गहनता को जान सकें प्रस्तुत पुस्तक में अद्यतन घटनाक्रम का एक अलग भाग,जिसमें मार्च 2017 से लेकर नवंबर 2018 तक की घटनाओं को वैज्ञानिक तरीके से प्रस्तुतीकरण,जहाँ प्रत्येक माह की घटनाओं के साथ बहुविकल्पीय प्रश्न भी समाहित हैं पूर्व वर्षों एवं वर्तमान के बहुचर्चित आलेखों का संकलन जिनके लेखक संबंधित क्षेत्र के विख्यात विद्वान हैं वर्तमान आर्थिक सर्वेक्षण (2017-18 ) एवं यूनियन बजट ( 2018-19) को आधार मानते हुए सभी अध्यायों में निहित आंकड़ों में परिवर्तन पुस्तक में निहित आंकड़ों एवं तथ्यों को प्रस्तुत करते समय दैनिक समाचार पत्रों,पत्रिकाओं,सरकारी गजट/ रिपोर्टों एवं अंतर्राष्ट्रीय रिपोर्टों का विशेष रूप से सहयोग पुस्तक को प्रस्तुत करते समय इसमें निहित तथ्यों की भाषा शैली को सहज,सरल, स्पष्ट, रुचिकर एवं बोधगम्य बनाने का प्रयास|