Brand Waali Quality, Bazaar Waali Deal!
Impact@Snapdeal
Help Center
Sell On Snapdeal
Download App
Cart
Sign In
Compare Products
Clear All
Let's Compare!

Gaban (Hindi) by Prem Chand

(4.9) 7 Ratings Have a question?

MRP  
Rs. 185
  (Inclusive of all taxes)
Rs. 146 21% OFF
(2) Offers | Applicable on cart
Get 10% instant Discount Using BOB Credit Cards
Apply for a Snapdeal BOB Credit Card & get 5% Unlimited Cashback T&C
Delivery
check

Generally delivered in 5 - 9 days

  • ISBN13:9789386000644
  • ISBN10:9386000644
  • Publisher:Vayu Education of India
  • Language:Hindi
  • Author:Prem Chand
  • View all item details
7 Days Replacement
This product can be replaced within 7 days after delivery Know More

Featured

Highlights

  • ISBN13:9789386000644
  • ISBN10:9386000644
  • Publisher:Vayu Education of India
  • Language:Hindi
  • Author:Prem Chand
  • Binding:Paperback
  • Publishing Year:2019
  • SUPC: SDL825414576

Other Specifications

Other Details
Country of Origin or Manufacture or Assembly India
Common or Generic Name of the commodity Literature & Fiction
Manufacturer's Name & Address
Packer's Name & Address
Marketer's Name & Address
Importer's Name & Address

Description

मुंशी प्रेम चंद का जनम बनारस के निकट लेहमी गांव में सन 31 जुलाई 1880 में हुआ था ! उन्होंने बी.ए की पढ़ाई पूरी करने के अपरांत इक्कीस वर्ष की उम्र में लिखना शुरू कर दिया था ! उन्होंने लिखने की शुरुआत उर्दू भाषा से की ! उनकी उर्दू में लिखी कहानियों का प्रथम संकलन 'सोजे वतन' के नाम से प्रकाशित हुआ ! प्रेमचंद जी ने सन 1923 में सरस्वती प्रेस की स्थापना की तथा सन 1930 से 'हंस' नामक एक ऎतिहासिक पत्रिका का सम्पादन भी किया ! उन्होंने अपने जीवनकाल में कई कहानियाँ उपन्यास और वैचारिक निबंध लिखे ! उनकी रचनाओं में उनकी यही विशेषताये विध्समां हैं ! ८ अक्टूबर १९३६ में मुंशीप्रेमचंद का बीमारी कारण निधन हो गया !\nमुंशी प्रेमचंद द्धारा यह उपन्यास लिखित हिंदी के सभी उपन्यासों में सबसे अधिक लोकप्रिय है ! यह उपन्यास मध्यमवर्ग की मार्मिक स्थिति पर आधारित है ! प्रेमचंद ने गबन के द्धारा समाज के जिस रूपको चित्रित किया है वह आज भी उसी प्रकार समाज में फलीभूत है और शायद भविष्य में भी बना रहेगा !\n

Terms & Conditions

The images represent actual product though color of the image and product may slightly differ.

Quick links

Seller Details

View Store


Expand your business to millions of customers