About the Book:
यह लेखिका का पहला लघुकथा संग्रह है l इसमें लिखी गई कहानियों को यदि ,'गागर में सागर ' भरा होने की उपमा दी जाए तो अतिशयोक्ति नहीं होगी l
रिश्ते नाते उनमें रत मानव मन की संवेदनाओ को , मानवीय आचरण और व्यवहार को इतनी खूबसूरती से उकेरा है कि पढ़कर सोचने को मजबूर कर देतीं हैं l
जिंदगी की उलझनों में उलझे मानव को यथार्थ के धरातल पर दर्शाती है यह किताब और इसके पात्र,ऐसा लगता है कि यह तो हमारे आस -पास की ही कथाएँ हैं l
About the Author:
जन्म उत्तर प्रदेश के जिला मुरादाबाद वर्तमान में संभल में सन् 1983 को हुआ ।चंदौसी के कॉलेज से ही अपनी शिक्षा पूर्ण की । वकालत की डिग्री रुहेलखण्ड विश्वविद्यालय और बी एड की डिग्री चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी से प्राप्त की ।