Brand Waali Quality, Bazaar Waali Deal!
Impact@Snapdeal
Help Center
Sell On Snapdeal
Download App
Cart
Sign In
Compare Products
Clear All
Let's Compare!

Sab Kuch Psychology Hai Unknown Binding – 10 December 2022

(4.4) 29 Ratings 7 Reviews Have a question?

MRP  
Rs. 399
  (Inclusive of all taxes)
Rs. 186 53% OFF
(2) Offers | Applicable on cart
Get 10% instant Discount Using BOB Credit Cards
Apply for a Snapdeal BOB Credit Card & get 5% Unlimited Cashback T&C
Pack
Pack of 1
Delivery
check

Generally delivered in 6 - 10 days

  • ISBN13:9789384850838
  • ISBN10:9789384850838
  • Age:15
  • Publisher:Aatman Innovations Pvt Ltd
  • Language:Hindi
  • View all item details
7 Days Replacement
This product can be replaced within 7 days after delivery Know More

Featured

Highlights

  • ISBN13:9789384850838
  • ISBN10:9789384850838
  • Age:15
  • Publisher:Aatman Innovations Pvt Ltd
  • Language:Hindi
  • Author:y Deep Trived
  • Binding:Paperback
  • Pages:228
  • Edition:2024
  • Edition Details:LATEST
  • BIS/ISI License number:NA
  • BIS/ISI required:NA
  • SUPC: SDL009105873

Other Specifications

Other Details
Country of Origin or Manufacture or Assembly India
Common or Generic Name of the commodity Family Relationships
Manufacturer's Name & Address
Packer's Name & Address
Marketer's Name & Address
Importer's Name & Address

Description

यह पहली किताब है जो समझाती है कि कैसे व क्यों सबकुछ सायकोलॉजी है तथा जीवन का सबसे प्रमुख सवाल "क्या मेहनत व प्रयत्न जरूरी है" का जवाब भी देती है। क्योंकि परेशानी यह कि इतनी मेहनत और प्रयत्न के बाद भी जीवन सेट नहीं हो रहा है। तो क्या इतनी मेहनत और कोशिशें जरूरी हैं?

इसीका जवाब देते हुए यह किताब पहली बार 'डूइंग व हैपनिंग' के विज्ञान और सायकोलॉजी को समझाती है क्योंकि 'न करने के कारण' इतनी परेशानी नहीं खड़ी हो रही है, जितनी 'जरूरत से ज्यादा करने के कारण'। जबकि अचीवर्स सबकुछ स्वयं करने की बजाए अपने जीवन में बहुत कुछ होने दे रहे हैं। सरल भाषा में बेस्टसेलिंग लेखक दीप त्रिवेदी द्वारा लिखित किताब "सबकुछ सायकोलॉजी है" ब्रह्मांड तथा जीवन के कई अनकहे रहस्य निम्नलिखित बातों के जरिए बताती है:

कैसे पार्टिकल से प्लॅनेट तक तथा मनुष्य के मन से जीवन तक सबकुछ सायकोलॉजी है?
क्यों मेहनत व प्रयत्न से लेकर सफलता और असफलता तक भी सबकुछ सायकोलॉजी है?
ब्रह्मांड से लेकर मनुष्य के मन और जीवन तक कुछ भी पलभर को स्थिर क्यों नहीं है?
क्या 'बिन किये भी' परिवर्तन होते हैं?
पृथ्वी कैसे बिना किसी प्रयत्न के अरबों वर्षों से पूरे परफेक्शन के साथ अपनी धुरी पर घूम रही है?
हैपनिंग क्या है तथा इसमें स्थित होकर कैसे मनुष्य बिना अतिरिक्त मेहनत किये सबकुछ अचीव कर सकता है?
यह किताब अंग्रेजी, हिंदी, मराठी और गुजराती में उपलब्ध है

Terms & Conditions

The images represent actual product though color of the image and product may slightly differ.

Seller Details

View Store


Expand your business to millions of customers
Sab Kuch Psychology Hai Unknown Binding – 10 December 2022

Sab Kuch Psychology Hai Unknown Binding – 10 December 2022

Rs. 186

Rs. 399
Buy now