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  • ISBN13:9789384850838
  • ISBN10:9789384850
  • Publisher:Aatman Innovations Pvt Ltd
  • Language:Hindi
  • Author:Deep Trivedi
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Highlights

  • ISBN13:9789384850838
  • ISBN10:9789384850
  • Publisher:Aatman Innovations Pvt Ltd
  • Language:Hindi
  • Author:Deep Trivedi
  • Binding:Paperback
  • Edition:1
  • Edition Details:1
  • Number of Pages:228
  • BIS/ISI License number:000
  • BIS/ISI required:NA
  • SUPC: SDL285067618

Other Specifications

Other Details
Country of Origin or Manufacture or Assembly India
Common or Generic Name of the commodity Personal Growth
Manufacturer's Name & Address
Packer's Name & Address
Marketer's Name & Address
Importer's Name & Address

Description

यह पहली ऐसी किताब है जो समझाती है कि कैसे व क्यों सबकुछ सायकोलॉजी है। साथ ही यह जीवन का सबसे प्रमुख सवाल "क्या मेहनत व प्रयत्न जरूरी है" का जवाब भी देती है क्योंकि जीवन तो हरहाल में सेट करना ही है। लेकिन परेशानी यह कि इतनी मेहनत और प्रयत्न के बाद भी जीवन सेट नहीं हो रहा है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या इतनी मेहनत और कोशिशें जरूरी हैं? क्या बिन किये कुछ पाया ही नहीं जा सकता है?
बस इसी बात का जवाब देते हुए यह किताब पहली बार 'डूइंग व हैपनिंग' के पीछे के विज्ञान और सायकोलॉजी को समझाती है। और यह समझना इसलिए जरूरी है, क्योंकि 'न करने के कारण' इतनी परेशानी नहीं खड़ी हो रही है, जितनी 'जरूरत से ज्यादा करने के कारण'। जबकि अचीवर्स सबकुछ स्वयं करने की बजाए अपने जीवन में बहुत कुछ होने दे रहे हैं। सरल भाषा में बेस्टसेलिंग लेखक दीप त्रिवेदी लिखित किताब "सबकुछ सायकोलॉजी है" ब्रह्मांड तथा जीवन के कई अनकहे रहस्य बताते हुए निम्नलिखित बातों के जरिए सायकोलॉजी की एक नयी ही दुनिया की सैर कराती है:
• कैसे पार्टिकल से प्लॅनेट तक तथा मनुष्य के मन से लेकर जीवन तक का सबकुछ सिर्फ सायकोलॉजी है?
• क्यों मेहनत व प्रयत्न से लेकर सफलता और असफलता तक का भी सबकुछ सायकोलॉजी है?
• ब्रह्मांड से लेकर मनुष्य के मन और जीवन तक का कुछ भी पलभर को स्थिर क्यों नहीं है?
• क्या यह जरूरी है कि कुछ करने से ही परिवर्तन आते हैं या 'बिन किये भी' परिवर्तन होते हैं?
• पृथ्वी कैसे बिना किसी प्रयत्न के अरबों वर्षों से अपनी धुरी पर घूम रही है, वह भी पूरे परफेक्शन के साथ?
• हैपनिंग क्या होती है तथा हैपनिंग में स्थित होकर कैसे मनुष्य बिना अतिरिक्त मेहनत किये सबकुछ अचीव कर सकता है?
यह किताब अंग्रेजी, हिंदी, मराठी और गुजराती में सभी प्रमुख बुक स्टोर्स और ई-कॉमर्स साइट्स पर उपलब्ध है।

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