About the Book:
हिंदी साहित्य, अंग्रेजी साहित्य और राजनीति विज्ञान से स्नातक.., उर्दू साहित्य एवं समाज शास्त्र से स्नातकोत्तर लेखक ने अपनी पढाई के साथ-साथ.., अपने पिता के सानिध्य में रह कर प्रत्येक कला में पूर्णता की ओर अग्रसर कदम रखे हैं, गुरु के रूप में अपने पिता को अपना आदर्श मानकर उनसे कलाओं की शिक्षा हासिल की और चित्रकारी, अभिनय तथा निर्देशन की बारीकियों को सीखा | माता की अनुभूतियों ने संगीत को भी उनका रुचिकर विषय बना दिया |
सामाजिक - धार्मिक कार्यों में अपनी भागीदारी रखने वाले लेखक ने राजनैतिक उथल-पुथल को समझने का प्रयास किया हैं |
मानव की क्रिया-प्रतिक्रियाओ, तर्क-वितर्क और उनकी मन-इच्छाओं की पूर्ति करने वाली मनमानी, लेखक की आगामी काल्पनिक रचना हो सकती हैं किसी विशेष बिन्दु पर काल्पनिक कथाओं को जन्म देना, लेखक के शौक़ में शामिल हैं ||
About the Author:
मानवीय प्रकृति, अपने कार्यों और ईश्वर की आस्था से जुड़ी हैं इस काल्पनिक कहानी में इसी का समावेश हैं, व्यक्ति अपने परिश्रम और लगन से आगे बढ़ता हैं | मानवीय सहयोग और ईश्वरीय कृपा से मिली खुशहाली पर आये मन के विकारों के परिणाम का भुगतान हैं, परन्तु ईश्वर की कृपा सच्चे इन्सानों पर कभी समाप्त नहीं होती और मानव फिर से अपना मुकाम हासिल करने में कामयाब हो जाता हैं |
इस कथा में एक गरीब की मेहनत का परिणाम, और एक वचन के मूल्य को दर्शाया गया हैं |