About the Book:
सपनों से लम्हें…!’- कविताएँ इंसानी रिश्तों की गरिमा व संवेदनाओं के साथ-साथ जीवन में मिलने वाले प्यार-तकरार, ख़ुशी-ग़म, पाने-खोने के अनुभवों से अवगत करवाती हैं। यह मोह व प्यार में विरह व विलय के भावनात्मक समावेश में सिमटे जीवन के वास्तविक स्वरूप को दर्शाती हैं।
अक्सर इंसान अपनी भावनाओं को प्रत्यक्ष रूप से प्रकट करने में असमर्थ रहता है, ऐसी स्थिति में कविताएँ एक बेहतर माध्यम हैं, जिनके ज़रिये अपनी बात को बड़ी आसानी से अभिव्यक्त किया जा सकता है। कभी इनके शब्दों की गम्भीरता व्यक्ति को झिझोंड़ देती है, तो कभी उसे रोमांचित कर ‘सपनों से लम्हों’ में ले जाकर मदहोश कर देती है।
About The Author:
राकेश मढ़ोतरा : कई धारावाहिकों व टेलीफ़िल्म्स का लेखन-निर्देशन व बेहद क़ामयाब फ़िल्मों - किक, २-स्टेट, तमाशा, हिरोपंती, बाग़ी, हाउसफुल-३, जुड़वा-२, बाग़ी-२ आदि से बतौर सह-निर्माता जुड़े रहने का श्रेय प्राप्त किया है। अपने रचनात्मक सृजन को लेखन व निर्देशन के माध्यम से साकार करने में सक्रिय रहते हैं। उनका उपन्यास ‘दिल ढूँढ़ता है’ पाठकों का बेहद पसंदीदा है और Amazon Bestseller में शामिल हो चुका है, साथ ही इसका english translation ‘The Quest of Heart’ भी उपलब्ध है। अन्य प्रकाशित किताबें हैं - अश्याम (उपन्यास), मुलाक़ात (कहानी संग्रह) आदि हैं।