About the Book:
"शुभ दिन: स्मॉल स्टेप्स टू अ बिग लाईफ़" डॉ. सचिन झावर द्वारा लिखी गई एक प्रेरणादायक किताब है। लेखक का विश्वास है कि जीवन एक यात्रा है और यह यात्रा अगर छोटे और सधे हुए कदमों से आगे बढ़ाई जाए तो सफलता के नए आयाम छूती है। इस किताब में लेखक अपने जीवन की घटनाओं से सीखने की बात कहते हैं। हर अनुभव हमारे लिए कई रास्ते खोलता है, कैसे हम इन अनुभवों से मिली समझ से दैनिक जीवन में अर्थपूर्ण परिवर्तन ला सकते हैं।
सूक्ष्मदर्शी विचार, व्यावहारिक सुझाव और व्यक्तिगत कहानियों के साथ, "शुभ दिन" वर्तमान समय में सफलता के लिए कई संभावनाएँ खोलती है। यह पाठकों के लिए मार्गदर्शक की भूमिका निभाती नज़र आती है। लेखक सरल शब्दावली में कहते हैं कि जीवन की ओर छोटे और संज्ञानमय कदम उठाए जाएँ, तो आप खुद को स्वतः सफलता की ओर बढ़ता हुआ पाएँगे।
चाहे आप स्वास्थ्य, संबंधों, या कॅरियर में सुधार लाना चाह रहे हों, या फिर जीवन में पूर्णता की तलाश में हों, यह पुस्तक सूत्रधार बनकर आपको बताएगी कि कैसे सही दिशा में छोटे कदम उठाकर सकारात्मक परिवर्तन लाया जा सकता है। कई प्रेरणादायक संदेश और उचित सलाह के साथ, "शुभ दिन" उन सभी लोगों के लिए एक अनिवार्य और बेहद पठनीय पुस्तक है जो अपना सर्वश्रेष्ठ जीवन जीना चाहते हैं।
About the Author:
8 मई 1972 को दिल्ली में जन्मे डॉ. सचिन झवर पेशे से एक हेल्थकेयर इंटरप्रेन्योर हैं और एपेक्स हॉस्पिटल्स, राजस्थान के डायरेक्टर हैं। जन-समाज को बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाऐं उपलब्ध करवाने के विज़न पर निरंतर कार्यरत है। इनका मुख्य लक्ष्य स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करते हुए एपेक्स संस्थान के नेटवर्क का विस्तार करना है। जॉनसन एंड जॉनसन, ग्लैक्सो और सिप्ला जैसी फॉर्च्यून कंपनियों के आमंत्रण पर, डॉ. सचिन झवर ने एक विशेषज्ञ के तौर पर टीम के सदस्यों में नेतृत्व निर्माण और कौशल विकास पर महत्त्वपूर्ण प्रशिक्षण दिया है। 2015 में आईएमए जयपुर द्वारा यंग इंटरप्रेन्योर अवार्ड और कोविड-19 महामारी के दौरान किए गए प्रभावी योगदान के लिए राजस्थान सरकार पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
ये सुघड़ पाठक हैं, खाली वक़्त में किताबें पढ़ते हैं, फुटबॉल सरीखे खेलों में विशेष रुचि रखते हैं। डॉ. सचिन झवर इन दिनों जयपुर में निवासित हैं। इंग्लैंड के प्रिंसेस रॉयल टेलफ़ोर्ड हॉस्पिटल में वर्ष 2001 से 2004 तक अपनी सेवाऐं भी दी हैं।
शिक्षा : एम.बी.बी.एस. (1990), एम.एस. (2000), एमआरसीएस (एडिनबर्ग, यू.के.), एएफआरसीएस (डबलिन, आयरलैंड), ईआईटीएस (डिप्लोमा इन टेली-सर्जरी, स्ट्रासबर्ग, फ्रांस), यूके-फ्रांस-यूएस से बेरिएट्रिक सर्जरी में प्रशिक्षित, सिंगापुर राष्ट्रीय विश्वविद्यालय में सलाहकार परिषद का हिस्सा बने।
पारिवारिक जीवन : डॉ सचिन, स्वर्गीय सरला और डॉ. एस. बी. झवर के पुत्र हैं। यह परिवार मुख्य रुप से महाजन, बीकानेर का रहने वाला है। इनकी पत्नी डॉ. शीनू, डॉ. विमला और आर के. जाजू की बेटी हैं। एक बेटा है, सिद्धांत, जो कि यूआईयूसी (यूएसए) में अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद एसोसिएट डायरेक्टर के रूप में पारिवारिक व्यवसाय में शामिल है। ये सभी सदस्य अपने पिता के साथ संयुक्त रूप से काम करते हैं और साथ रहते हैं, जिसमें उनके भाई का परिवार डॉ. शैलेश और कुंजू, अरियाना और निवान शामिल हैं। ये सभी साथ मिलकर एपेक्स संस्थान चला रहे हैं।
यह किताब 'शुभ दिन' लेखक की पहली कृति है।