इस दुनिया में सफलता हमेशा ही व्यक्तिगत प्रयास से मिलती है, फिर भी आपको लगता है कि दूसरों के सहयोग के बिना आप सफल हो सकते हैं तो आप अपने आपको धोखे में रख रहे हैं। व्यक्तिगत प्रयास से सफलता वहीं तक मिलती है, जहाँ तक कोई स्त्री या पुरुष मन में यह निश्चित करता या करती है कि उसे क्या चाहिए। इसके लिए कल्पना का उपयोग करना पड़ता है। इसके बाद कुशलता और चतुराई से दूसरों को सहयोग करने के लिए राजी करने पर ही सफलता मिलती है।
सफलता के नियम के इस कोर्स का उद्देश्य आपको इस योग्य बनाना है कि आप अपने चुने हुए कार्यक्षेत्र में और अधिक क्षमतावान बनें। इसके लिए आपका विश्लेषण और आपकी सारी खूबियों का वर्गीकरण किया जाएगा, जिससे कि आप उन्हें व्यवस्थित कर सकें और यथासंभव उनका सबसे अच्छी तरह उपयोग कर सकें।
दूसरा और बेहतर रास्ता यह है कि अभी आप जो कर रहे हैं, उसमें अपने आपको इतना उपयोगी और कुशल बना लें कि आपकी ओर उन लोगों का ध्यान सकारात्मक रूप से जाए, जिनके पास आपको और अधिक जिम्मेदारी वाला काम देने की क्षमता हो, जो आपकी भी पसंद का है।
सफलता के द्वार खोलने के लिए पढ़ने योग्य एक आवश्यक पुस्तक।
About the Author
नेपोलियन हिल सन् 1883
में वर्जीनिया में पैदा हुए। बड़े व्यवसायियों के सलाहकार, लेक्चरर और लेखक के रूप में सफल तथा लंबा कॅरियर बिताने के बाद सन् 1970 में उन्होंने दुनिया से विदा ली।
‘अपनी सोच से अमीर बनिए’ उनके लेखक-जीवन का सबसे महत्त्वपूर्ण पड़ाव रहा, जो पुस्तक सार्वकालिक बेस्टसेलर साबित हुई। दुनिया भर में इस पुस्तक की डेढ़ करोड़ प्रतियाँ बिक चुकी हैं।
ऑर्थर आर. पेल ने ‘थिंक ऐंड ग्रो रिच’ (सोचो और धनी बनो) का संशोधन किया। उन्होंने प्रबंधन, मानवीय संबंध और कॅरियर योजना पर कई पुस्तकें और लेख लिखे हैं। उनकी पुस्तकों में प्रसिद्ध हैं ‘दि कंप्लीट इडियट्स गाइड टू मैनेजिंग पीपल’ और ‘दि कंप्लीट इडियट्स गाइड टू टीम बिल्डिंग’।