पुस्तक परिचय:
इस संग्रह की ग़ज़लें आम आदमी के सामाजिक सरोकारों की बात करती हैं तो इंसानो के दुख दर्द की नुमाइंदगी भी। इसके साथ वो समाज को आईना भी दिखाती हैं। इस ग़ज़ल संग्रह की ग़ज़लों को पढ़ने का बाद लगता है कि दिलदार की शायरी दिल की शायरी है, दिल की धड़कनों की शायरी है जो पढ़ने वाले को सोचने के लिए मजबूर कर दती है और जिसका हर लफ़्ज़ दिल को छू जाता है। हमें पूरा विश्वास है कि उनका ये ग़ज़ल संग्रह भी पाठकों को निश्चित ही पसंद आयेगा।
लेखक परिचय:
राजिंदर सिंह अरोड़ा 'दिलदार' एक अधिवक्ता है जो दुनिया की नज़रों में एक टैक्स सलाहकार और कॉर्पोरेट अधिवक्ता हैं। क़रीब 35 वर्षों से इस प्रोफेशन में हैं, लेकिन शुरू में बहुत कम लोग ये जानते थे कि वह एक बेहतरीन शायर भी हैं जिनको लोग अदब की दुनिया में "दिलदार दहलेवी" के नाम से जानते हैं। वह भारत और भारत से बाहर भी एक पुख़्ता पहचान रखते हैं। उनकी ग़ज़लें हिंदी और उर्दू के समाचार पत्रों और पत्रिकाओं में लगातार प्रकाशित होती रहती हैं। उनको विभिन संस्थाओं ने सम्मानित किया है। रेडियो और टेलीविज़न पर भी उनके कार्यक्रम प्रसारित होते रहते हैं।